खड़ा जहाँ हूँ आज हम सभी अभी जहाँ इन मित्रता ने है वह मुकाम दिलाई।। खड़ा जहाँ हूँ आज हम सभी अभी जहाँ इन मित्रता ने है वह मुकाम दिलाई।।
मस्त ! मस्त !
ज़िंदगी ! मैं तुम्हें जीना चाहता हूँ...। ज़िंदगी ! मैं तुम्हें जीना चाहता हूँ...।
बरसो रे ! बरसो रे ! कहते हैं यह मोर... बरसो रे ! बरसो रे ! कहते हैं यह मोर...
जीवन वही सफ़ल है जहाँ , गम कपूर व खुशियाँ अगरबत्ती हैं। जीवन वही सफ़ल है जहाँ , गम कपूर व खुशियाँ अगरबत्ती हैं।
सुलझी-सी, गुलाबों-सी, महकती है मेरी ज़िंदगी... सुलझी-सी, गुलाबों-सी, महकती है मेरी ज़िंदगी...